Bharat.live This Uttarakhand Startup Has Made a Zoom Alternative in Just 20 Days

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भारत.लाइव: उत्तराखंड के इस स्टार्टअप ने सिर्फ 20 दिनों में ज़ूम अल्टरनेटिव बना दिया है

  • Monday, May 4, 2020 11:15AM IST (5:45AM GMT)
वर्चुअल मीटिंग के लिए प्लेटफ़ॉर्म मुक्त, विश्वसनीय और ब्राउज़र-आधारित ऐप। बाहरी हार्डवेयर की निर्भरता नहीं, कम बिजली का उपयोग, और प्रयोग में आसान है।
 
Dehradun, Uttarakhand, India:  
  • एक स्वदेशी, प्लेटफ़ॉर्म-मुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्लिकेशन
  • एक एप्लिकेशन जो उपयोगकर्ताओं की गोपनीयता और सुरक्षा की परवाह करती है।
  • उपयोग करने के लिए आसान, सुरक्षित कस्टमाएजेबल, और ब्राउज़र-आधारित एप्लीकेशन
     
विश्व की एक तिहाई से अधिक आबादी लॉकडाउन के अधीन है और भारत अपने 1.3 बिलियन लोगों के साथ सूची में सबसे ऊपर है। कोरोनावायरस के प्रसार से बचने के लिए सरकार अपने नागरिकों के आवागमन को नियंत्रित कर रही है।

सामाजिकता , परामर्श, प्रशिक्षण, संचालन, और शासन बिना बातचीत या मुलाक़ात के मुख्य रूप से एक आभासी अनुभव बन गए हैं। विदेशी और संदिग्ध एप्लिकेशन आधिकारिक और व्यक्तिगत सम्प्रेषण के लिए उपयोग में लायी जा रही है । वर्तमान अभूतपूर्व समय में ब्लू जीन्स, गूगल डुओ, गूगल हैंगआउट, माइक्रोसॉफ्ट टीम्स, ज़ूम, व्हाट्सएप, फेसटाइम और स्काइप का ही सहारा है।

इनमें से कुछ ऐप क़े लिए वीडियो या वॉइस कम्युनिकेशन में प्रतिभागियों की संख्या सिमित है। अन्य ऐप में उनकी गोपनीयता और सुरक्षा की जटिल समस्याऐं हैं।

वर्तमान में प्रचलन में आने वाले ऐप्स के लिए एक स्वदेशी, सुरक्षित और स्थिर विकल्प के लिए मांग बढ़ती जा रही है।

देहरादून की एक कंपनी द्वारा निर्मित भारत.लाइव कुछ ही सप्ताहों पहले ऐप परिदृश्य में उभरी। यह प्रति दिन लगभग एक लाख उपयोगकर्ताओं के जुड़ाव के साथ पांच लाख उपयोगकर्ताओं को पार कर गयी है।

भारत.लाइव ऐप भारत सरकार की आधिकारिक वीडियो-कॉन्फ्रेंसिंग एप्लिकेशन नहीं है। सरकार ने ज़ूम के लिए एक स्वदेशी और सुरक्षित विकल्प विकसित करने के लिए भारतीय तकनीकी कंपनियों को प्रोत्साहित किया है। इसमें विजेता को 1 करोड़ रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान करने की घोषणा की है, और Bharat.live भी एक प्रतियोगी है। वेबसाइट पर जाने के लिए https://bharat.live/ सर्फ करें।

भारत.लाइव की स्थापना 2020 में ileads Auxiliary Services Pvt Ltd की इकाई के रूप में देहरादून में हुई थी। यह कुछ समय से संचार के व्यवसाय में है।

एप्लिकेशन विकसित करने का विचार

निम्नलिखित कारणों से स्वदेशी एप्लिकेशन विकसित करने का विचार बलवती हुआ:

ज़ूम और अन्य विदेशी कम्पनीज द्वारा निर्मित एप्लिकेशन में सुरक्षा सम्बन्धी समस्याओं की खबर
  • COVID-19 के दौरान ज़ूम के बारे में कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पांस टीम (CERT-IN), MHA और साइबर कोऑर्डिनेशन सेंटर द्वारा एडवाइजरी में कहा गया है कि जूम पर वीडियो लिंक के लिए एन्क्रिप्शन और डिक्रिप्शन कुंजी वितरित करने के लिए चीनी सर्वर का उपयोग किया जा रहा है।
  • रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सुरक्षा बलों के शीर्ष अधिकारियों के साथ ज़ूम पर एक वीडियो-कॉन्फ्रेंस आयोजित किया जो कि सुचना सुरक्षा के लिए बहुत बड़ा खतरा बन सकता था। चीन के पाकिस्तान समर्थक रुख और 1962 में भारत के साथ एक युद्ध की पृष्ठभूमि में, जासूसी की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है।
  • इसके अलावा, थर्ड-पार्टी हैकर्स और साइबर क्रिमिनल्स मीटिंग, बातचीत और उपयोगकर्ता के विवरण जैसी संवेदनशील जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। पांच लाख ज़ूम खातों को गुमनाम रूप से डार्क वेब पर बेचे जाने की अफवाह है। कंपनियों को औद्योगिक और कॉर्पोरेट जासूसी और सूचना चोरी का खतरा है।
     
मेक इन इंडिया स्वदेशी आंदोलन
  • सरकार ने भारतीय टेक कंपनियों को भारतीय सॉफ्टवेयर उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक स्वदेशी और सुरक्षित विकल्प डिजाइन करने और देश को उत्पाद विकास के नक्शे पर आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया है।
     
दूसरे देशों की आत्मनिर्भरता
  • ऐसे समय में जब चीन ने इस पर प्रतिबंध लगा दिया, इसके छोटे पड़ोसी देश ताइवान ने इसे 7 अप्रैल, 2020 को सरकारी उपयोग के लिए प्रतिबंधित कर दिया। रूस और चीन भी अपने देश की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग ऍप उपयोग करते हैं।
     
भारत क्यों बहुत पीछे है, क्यों नहीं इसका वीडियो संचार प्लेटफ़ॉर्म हो सकता है जब इतने वर्षों से सॉफ्टवेयर सेवाओं में भारत का अप्रतिम स्थान रहा है।

इन सभी बातों से गहराई से प्रभावित होकर, भारत.लाइव ने इस परियोजना को शुरू किया। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग एप्लिकेशन विकसित करना एक चुनौती थी क्योंकि आप इसे केवल कोडिंग के साथ विकसित नहीं कर सकते। इसके लिए सर्वर और जटिल प्रक्रियाओं की एक पूरी श्रृंखला से गुजरना पड़ता है। टीम के सदस्यों में से एक ने इसका नाम भारत.लाइव रखा, और बाकि सदस्यों ने देशभक्ति के उत्साह में इस नाम को एकमत से स्वीकार कर लिया।

वास्तविक फीडबैक कंपनी को अपनी टीम से मिला, जो घर से काम कर रही है। दिन-प्रतिदिन के ऑपरेशन तथा समय-समय पर बैठकें वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के माध्यम से होती हैं और कंपनी भारत निर्मित भारत.लाइव का उपयोग करती है।

टीम मांग में वृद्धि के साथ तालमेल रखने के लिए मेहनत कर रही है क्योंकि सफलता अपने साथ चुनौतियां लाती है। कंपनी ने समाधान खोजने की क्षमता प्रदर्शित की है।

गोपनीयता और सुरक्षा भारत.लाइव में एक त्रुटिहीन ट्रैक रिकॉर्ड के साथ मूल्य प्रणाली के अभिन्न अंग हैं। कंपनी एप्लिकेशन को स्केल करने और मजबूत करने के तरीकों पर विचार कर रही है।

सरलता महत्वपूर्ण है- वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का अनुभव बच्चे के खेल के समान शुरू से अंत तक एक क्लिक के साथ होता है। प्रारंभिक चरण वायरल हो जाने से पहले चीजों को बेहतर बनाने का उचित समय है।

डिजाइन के दौरान, युजिबिलिटी टेस्टर ने यह सुनिश्चित किया कि सिस्टम को किसी भी वातावरण में प्रभावी ढंग से उपयोग किया जा सकता है, और आवश्यक तकनीकी कौशल वाला कोई भी व्यक्ति हमारे प्लेटफॉर्म को समझ और उपयोग कर सकता है। उपयोग में आसानी हमारा मूल मंत्र है। हमारी प्लेटफ़ॉर्म-फ्री एप्लिकेशन में वीडियो मीटिंग में शामिल होने के लिए प्रतिभागियों को इसे डाउनलोड करने या कोड दर्ज करने की आवश्यकता नहीं है। यह एक ब्राउज़र-आधारित एप्लीकेशन है।

वीडियो चैट करने के लिए भारत.लाइव का उपयोग कैसे किया जाता है?

आप लॉगिन आईडी, पासवर्ड और लॉगिन लिंक प्राप्त करने के लिए आवश्यक विवरण और ओटीपी प्रमाणीकरण के साथ पंजीकरण कर सकते हैं। मीटिंग URL, मीटिंग ID और मीटिंग कोड प्राप्त करने के लिए एक नाम जोड़ें तत्पश्चात 'एक नई मीटिंग बनाएँ'' को क्लिक करें । दूसरों को आमंत्रित करने के लिए, प्रतिभागियों को एक मीटिंग URL भेजें। प्रतिभागी URL पर क्लिक करेंगे, मीटिंग में शामिल होने के लिए उनका नाम डायलॉग बॉक्स में टाइप करेंगे। उपयोगकर्ता दूसरों के साथ साझा करने के लिए स्क्रीन का चयन कर सकते हैं।

जब तक आप अपने वीडियो को प्रसारित नहीं करना चाहते तब तक किसी भी वेबकैम की आवश्यकता नहीं है। आपको एक बैठक में शामिल होने के लिए किसी खाते की भी आवश्यकता नहीं है, और आपको खाते की केवल तभी आवश्यकता है जब आपको एक बैठक की मेजबानी और पहल करनी हो।

मीटिंग में शामिल होने के लिए आप किसी भी नाम को दर्ज करा सकते हैं। आपको व्यक्तिगत फेसबुक या Google से लॉग इन करने की आवश्यकता नहीं है। साइट आपकी ईमेल आईडी नहीं मांगती है। सर्वर पर कोई चैट या रिकॉर्ड संग्रहीत नहीं किया जाता है। सुरक्षा उल्लंघन एक दूरस्थ संभावना है। आपके कॉल को सम्पन्न कराने के लिए IP पते जैसे डेटा को कुछ समय के लिए एकत्र किया जाता है।

भारत.लाइव कभी भी आपकी व्यक्तिगत जानकारी किसी के साथ साझा नहीं करते हैं। आगंतुकों के लिए वेबसाइट के अलावा अन्य चैनलों के माध्यम से कोई ऑफ़लाइन जानकारी एकत्र नहीं की जाती है। साथ ही साथ कंपनी मीटिंग या वीडियो रिकॉर्ड नहीं करती है।

एप्लीकेशन की सुरक्षा प्रणाली

AES 256 बिट एन्क्रिप्शन और TLS (ट्रांसपोर्ट सिक्योरिटी लेयर) SSL एन्क्रिप्शन जैसे सबसे सुरक्षित और विश्वसनीय क्रिप्टोग्राफ़िक मानक नेटवर्क सुरक्षा बढ़ाते हैं। GDPR (सामान्य डेटा सुरक्षा विनियमन) उपयोगकर्ता के अधिकारों का अनुरक्षण करता है।

एईएस 256 बिट एन्क्रिप्शन हैकर्स के लिए अभेद्य है एवं वीडियो संचार को निर्बाध, त्वरित, और कुशल बनता है।

प्लेटफ़ॉर्म सुरक्षित उपयोगकर्ता प्रमाणीकरण, उचित सूचना संग्रहण और रिपोर्ट को एक्सेस कंट्रोल, ऑडिट नियंत्रण, इंटीग्रिटी नियंत्रण और ट्रांसमिशन सुरक्षा के माध्यम से HIPPA का अनुपालन सुनिश्चित करता है। इसके अलावा, इसका URL केवल होस्ट को दिखाई देता है। मेजबान आगे इसे दूसरों के साथ साझा कर सकता है।

इसे और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए कंपनी प्रयोग कर रही है।

स्केलिंग के अलावा, कंपनी को सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत एक स्वतंत्र तृतीय-पक्ष ऑडिटर की मदद लेनी है। सुरक्षा भेद्यता का पता लगाना भारत.लाइव का ध्येय है। कंपनी कई पहलुओं पर काम कर रहे हैं।
एप्लीकेशन सरल उपयोग के मामलों को पूरा करती है। बाद में, कंपनी जरूरत पड़ने पर व्यवसायिक उद्यमों के लिए स्वनिर्धारित प्रमाणीकरण प्रणाली और लॉगिन से लैस होगी।

कंपनी के सर्वर और महत्वपूर्ण बुनियादी ढाँचे भारत में आधारित हैं। यह एप्लीकेशन को बाजार की अन्य ऍप्लिकेशन्स से अलग स्थापित करने वाला प्रमुख विभेदक है। भारत.लाइव अपने विभिन्न उपयोगकर्ताओं के साथ बातचीत कर रही है ताकि कंपनी विशेष आवश्यकताओं के बारे में पता कर सके और भारत के बाहर से उन्हें सोर्स करने के बजाय यहां सुरक्षा उपायों का निर्माण कर सकें।

भारत.लाइव पारंपरिक बुद्धि का उपयोग करके अन्य लोगों की गलतियों से सीखती है, और ग्राहकों की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की लिए निरंतर सुधार ही कंपनी का ध्येय वाक्य है।

कितने लोग इसका उपयोग कर सकते हैं

लगभग 50 प्रतिभागियों के साथ स्पष्ट कॉल के लिए भारत.लाइव का उपयोग हो रहा है। कंपनी ने 100 प्रतिभागियों तक पहुँचने का लक्ष्य रखा है। उपयोग के मामले के आधार पर यह संख्या भिन्न हो सकती है। आप इसे निजी मीटिंग रूम में एक से एक चैट या कई प्रतिभागियों के बीच वर्चुअल मीटिंग के लिए कस्टमाइज़ कर सकते हैं।

कंपनी उन विशेषताओं और विचारों पर काम कर रही है जो पूरे उद्योग को पुनर्जीवित कर सकते हैं। मार्च 2020 के अंत में एक VPN Overview सर्वेक्षण से पता चलता है कि 70% कामकाजी उत्तरदाताओं ने अपने काम के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस सॉफ़्टवेयर का उपयोग किया है, इसलिए कॉर्पोरेट महत्वपूर्ण उपयोगकर्ता में सबसे ऊपर हैं। शिक्षक, डॉक्टर, पर्सनल ट्रेनर, ज्योतिषी अन्य उपयोगकर्ता हैं जो इसका उपयोग ऑनलाइन सामाजिकता और व्यवसाय वृद्धि के लिए करते हैं।

भारत.लाइव 2 घंटे और 10 प्रतिभागियों के लिए नि: शुल्क परीक्षण योजना प्रदान करता है। अन्य योजनाएं व्यवसाय और उपभोक्ता श्रेणियों के लिए अलग मूल्य निर्धारण के साथ उपलब्ध हैं। भारत.लाइव की विशेषज्ञ टीम आपके तकनीकी मुद्दों और अन्य समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर है। 
 
भारत.लाइव (https://bharat.live/)
iLeads Auxiliary Services (https://ileads.co.in/)


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