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अमाला और ओसिनोसाइंटिफिक ने पर्यावरणीय अनुसंधान के लिए जलपोत अभियान शुरू किया

  • Friday, November 6, 2020 5:40PM IST (12:10PM GMT)
 
Riyadh, Saudi Arabia:  
  • जल संग्राहकों के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य पर रासायनिक संदूषकों के प्रभाव का अध्ययन के लिए दो हफ्ते का वैज्ञानिक अभियान
     
  • एचएसएच प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनैको द्वारा आनुष्ठानिक तौर पर रवाना किए गए शून्य कार्बन उत्सर्जन वाले जल पोत मैक्सी काटामरान अमला एक्सप्लोरर, ने भूमध्य सागर में 1,500 समुद्री मील की यात्रा के बाद सफलतापूर्वक मोनैको में वापसी कर ली है 

सऊदी अरब के उत्तर पश्चिमी तट पर स्थित अल्ट्रा लक्जरी डेस्टिनेशन, अमाला ने मोनैको आधार वाले ओसैनोसाइंटिफिक के साथ मिलकर समुद्र में दो हफ्ते का एक वैज्ञानिक अभियान चलाया। यह अभियान मनुष्यों और समुद्री जीवन पर नदी के जल को संदूषित करने वाले के प्रभाव को मापने की अमाला की इच्छा के क्रम में था।  

इस प्रेस विज्ञप्ति में मल्टीमीडिया है। पूरी विज्ञप्ति यहां देखें: https://www.businesswire.com/news/home/20201104005308/en/
 
(बाएं से दाएं) अमाला के सीईओ निकोलस नैप्ल्स; ओसिनोसाइंटिफिक एक्सपेडिशन के निदेशक यवन ग्रिबोवल; एचएसएच प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनैको; अमाला सीएसओ ब्रेनडन जैक (फोटो: एईईटीओएसवायर)

यह अभियान दोहरे उद्देश्य से चलाया गया था ताकि समुद्री पर्यावरण को प्रभावित करने वाले रासायनिक यौगिकों की प्रकृति और घनत्व को निर्धारित किया जा सके। इसका एक विस्तृत मकसद भी था जो समुद्र और मानव स्वास्थ्य पर रासायनिक संदूषकों के प्रभाव पर केंद्रित था। इससे इस अभियान की सैम्पलिंग विधि की वैधता की पुष्टि होती है। इसमें एक किफायती अनुसंधान विकल्प का उपयोग किया गया था जो शून्य कार्बन उत्सर्जन वाला पोत है।
  
दो हफ्ते के दौरान इस अभियान के सदस्यों ने पश्चिमी भूमध्य सागर से 1500 समुद्री मील के त्रिभुज के अंदर भिन्न जगहों से पानी के नमूने एकत्र किए।

अभियान दल के सदस्यों ने ये नमूने Institut Français de Recherche pour l'Exploitation de la Mer (Ifremer) को सौंपे। अमाला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, निकोलस नैप्ल्स और चीफ ससटेनेबिलिटी ऑफिसर ब्रेनडन जैक ने अभियान के अंतिम बंदरगाह, ला सेने-सुर-मेर (La Seyne-sur-Mer), फ्रांस पर सौंपा। इस अभियान के वैज्ञानिक पहलुओं पर सलाह देने वाले वैज्ञानिक इफ्रेमर अब नमूने में धातुओं और तत्वों जैसे कैडमियम, लेड, निकेल और मरकरी की मात्रा तय करेंगे और सांद्रता का विश्लेषण करेंगे। ये सब मिलकर समुद्र के संयोजन को बदल सकते हैं जो समुद्री आहार श्रृंखला को प्रभावित करता है।

अध्ययन के भाग के रूप में चलाए गए इस अभियान और प्राप्त नतीजे से अमाला के अपने संरक्षण प्रयासों के लिए जानकारी मिलेगी। रेड सी और भूमध्य सागर पड़ोसी समुद्र हैं और एक वैश्विक समुद्री व्यवस्था के भाग हैं जहां एक में परिवर्तन दूसरे में लहर पैदा करता है। अपने जीवंत समुद्री शैवालों और पानी के नीचे के जीवन के साथ अमाला में रेड सी तट की पारस्थितिकी फलती फूलती है। इस जगह का लक्ष्य अपनी इन खासियतों का संरक्षण करना और निखारना है। इस सिलसिले में इसने वैस्विक समुद्री संरक्षण इकाइयों के साथ साझेदारियां की हैं। इनमें प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनैको फाउंडेशन, द सेंटर साइंटिफिक डी मोनैको और ओसिनोग्राफिक इंस्टीट्यूट शामिल हैं।

इस अभियान के बारे में बताते हुए अमाला के मुख्य कार्यकारी अधिकारी निकोलस नैप्लस ने कहा “हम ओसिनोसाइंटिफिक अभियान को प्रायोजित करके गर्व महसूस कर रहे हैं। यह एक ऐसा लक्जरी डेस्टिनेशन बनाने के हमारे लक्ष्य से पूरी तरह तालमेल में है जो निरंतर जारी रहने वाले पर्यटन के क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर अग्रणी हो। इस तरह के अभियान और अध्ययनों का भाग होना गहरी जानकारी और वैज्ञानिक ज्ञान से युक्त करता है जिसकी आवश्यकता हमारी स्थानीय पारिस्थितिकी के संरक्षण और सुरक्षा के लिए होती है खासकर रेड सी के कोरल रीफ के लिए। इस अभियान से अनुभव तैयार के हमारे नजरिए का भी चित्रण होता है। इसके जरिए विविधतापूर्ण हितों या दिलचस्पियों और संस्कृतियों को एकजुट किया जाता है।”

इस अभियान का नेतृत्व करने वाले सर्कम नैविगेटर एक्सप्लोरर और याच क्लब डी मोनैको के सदस्य यवन ग्रिबोवल ने कहा, “वैसे तो तकरीबन सभी लोग यह महसूस कर चुके हैं कि प्लास्टिक से होने वाला प्रदूषण समुद्र के मामले में एक डरावनी विपत्ति है। हम यह दिखाना चाहते हैं कि आहार श्रृंखला के शुरू में समुद्र को प्रदूषित करने वाले रासायनिक संदूषक – धातु वाले और अकार्बनिक फाइटोफ्लैंकटन और प्लैंकटन को जहरीला बनाते हैं तथा जीवन चक्र के दूसरे छोर पर भोजन की थाली में पाए जाते हैं।”

यह अभियान खासतौर से कमीशन किए गए अमाला एक्सप्लोरर पर किया गया था। एक एक पुराना रिकार्ड तोड़ 110 फीट का रेसिंग मैक्सी काटामरान है जिसे एक वैज्ञानिक अनुसंधान नौका में बदल लिया गया था जिसका कार्बन उत्सर्जन शून्य था। इसका उपयोग अभियान के दौरान रहने और प्रयोशाला के रुप में भी किया गया।
एचएसएच प्रिंस अल्बर्ट II ऑफ मोनैको ने मोनैको याच क्लब से 15 अक्तूबर 2020 को इस पोत पर अभियान दल को रवाना किया। अमाला एक्सप्लोरर ने पोर्ट सर्वो, इटली; बार्सिलोनास, स्पेन; और ला सेने-सुर-मेर में पोर्ट कॉल किए जहां से मोनैको लौटने से पहले पानी के नमूने वैज्ञानिकों को सौंपे गए।
  
पोत और अभियान का नेतृत्व यवन ग्रिबोवल ने किया जो वैज्ञानिकों की एक टीम के साथ काम कर रहे थे। ये लोग ऑर्गेनिक दूषित पदार्थों के अध्ययन के विशेषज्ञ हैं। इनमें स्वीडिश मैरिन साइटिस्ट लिन्न सेकंड और अमाला डायरेक्टर ऑफ स्पोर्ट्स मार्क आर्चर शामिल हैं।

वैज्ञानिक परिणाम 2021 में आगे चलकर आएंगे और वैज्ञानिक प्रकाशन 2023 में देर के महीनों में होगा। अभियान के संबंध में एक संक्षिप्त फिल्म अंग्रेजी और फ्रेंच में बनी है। इसका वितरण 2021 में किया जाएगा। 

*स्रोत: एईटीओएसवायर (AETOSWire)

स्रोत रूपांतर businesswire.com पर देखें : https://www.businesswire.com/news/home/20201104005308/en/
 
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अमाला
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