नेशनल त्सिंग हुआ यूनिवर्सिटी (एनटीएचयू) की सेमीकंडक्टर रिसर्च कॉलेज (सीओएसआर) स्थापित करने की योजना को शिक्षा मंत्रालय ने मंजूरी दे दी है और जल्द ही इसमें विद्यार्थियों की भर्ती किए जाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। राष्ट्रपति होचेंग होंग ने कहा कि इस संस्थान का नेतृत्व शिक्षाविद सिनिका बर्न जे. लिन करेंगे, जिनके इमर्सन लिथोग्राफी में शोध का दुनिया भर के सेमीकंडक्टर उद्योग पर बड़ा प्रभाव है। उन्होंने कहा कि लिन का नेतृत्व और प्रौद्योगिकी और विषयक अध्ययनों में एनटीएचयू की क्षमता के साथ सीओएसआर निश्चित रूप से सेमीकंडक्टर अनुसंधान में एक प्रमुख शक्ति बन कर सामने आएगा। इस प्रेस विज्ञप्ति में मल्टीमीडिया की सुविधा है। पूरी विज्ञप्ति यहां देखें: https://www.businesswire.com/news/home/20210811005030/en/ सालाना कुल 130 मिलियन डॉलर की समर्थन राशि के साथ और माइक्रोन टेक्नोलॉजी और टोक्यो इलेक्ट्रॉन जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों के अलावा, सीओएसआर को ताइवान सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कंपनी, पॉवरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन, ग्लोबल वेफर्स, यूनिमाइक्रोन, यूनाइटेड माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक, वैनगार्ड इंटरनेशनल सेमीकंडक्टर कॉर्पोरेशन, नोवाटेक माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक और नान्या टेक्नोलॉजी का समर्थन हासिल है। इस कॉलेज में चार विषय शामिल होंगे, जिसमें सेमीकंडक्टर डिवाइस, सेमीकंडक्टर डिजाइन, सेमीकंडक्टर प्रक्रिया और सेमीकंडक्टर सामग्री शामिल है। हर साल यह लगभग 80 मास्टर के विद्यार्थियों और 20 डॉक्टरेट विद्यार्थियों को नामांकित करेगा। विद्यार्थियों के पहले बैच को 2022 के वसंत की शुरुआत में प्रवेश दिया जाएगा। राष्ट्रपति होचेंग के मुताबिक एनटीएचयू ग्रेटर चीन में एकमात्र विश्वविद्यालय है जिसके पूर्व विद्यार्थियों में तीन नोबेल पुरस्कार विजेता हैं। इसके अलावा, एनटीएचयू को इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग और कंप्यूटर विज्ञान, सामग्री विज्ञान, भौतिकी, रसायन विज्ञान, रसायन इंजीनियरिंग, मशीनरी और सांख्यिकी में दुनिया भर के शीर्ष 100 स्कूलों में शामिल है और यह दर्जा इसे स्नातक छात्रों को अत्याधुनिक अनुसंधान के आधार पर व्यापक रचनात्मक दृष्टि से समावेशित करता है। डॉ. लिन ने कहा कि घरेलू विश्वविद्यालय ताइवान में सेमीकंडक्टर उद्योग के लिए पहले से ही काफी संख्या में स्नातकों को शिक्षित कर रहा है, ताकि सीओएसआर का मुख्य ध्यान देश की अंतरराष्ट्रीय प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने पर केंद्रित रहे। इस सपने को साकार करने के लिए लिन प्रत्येक विद्यार्थी को एक विशेषज्ञ, सामान्यवादी, नवप्रवर्तक और समस्या समाधानकर्ता के रूप में विकसित करना चाहता है। एक विद्यार्थी पहले सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के किसी दिए गए क्षेत्र में गहरा शोध करने की क्षमता हासिल करता है और फिर वह एक ऐसा विशेषज्ञ बन जाता है, जिसकी मांग होती है। हालांकि सेमीकंडक्टर तकनीक में इतने सारे क्षेत्र शामिल हैं कि कोई भी व्यक्ति सभी की समझ नहीं रख सकता है और उसे एक टीम के रूप में अन्य विषयों के लोगों के साथ काम करना होता है। अन्य विशेषज्ञों के साथ संवाद करने के लिए उसे संबंधित क्षेत्रों में कुशल होने की आवश्यकता है और इसके लिए उसका प्रोएफिशिएंट होना जरूरी है। व्यापक होने के अलावा, प्रौद्योगिकी काफी तेज गति से आगे बढ़ रही है। विशेषज्ञ/सामान्यवादी को नई समस्याओं को हल करने और क्रांतिकारी दृष्टिकोण के लिए नवीनतम होने में सक्षम होना चाहिए। जब कोई तीनों पहलुओं में पूरी तरह से कुशल होगा तभी वह सेमीकंडक्टर अनुसंधान में एक अविजित लीडर बन पाएगा। संयुक्त राज्य अमेरिका में आईबीएम रिसर्च में अपने 22 वर्षों के दौरान लिन को कई अभूतपूर्व नवाचारों का श्रेय दिया गया है। वह 2000 में टीएसएमसी में शामिल हुए और 2002 में उन्होंने इमर्शन लिथोग्राफी विकसित करना शुरू किया, जिसका सेमीकंडक्टर उद्योग पर जबरदस्त प्रभाव पड़ा है। ![]() https://www.businesswire.com/news/home/20210811005030/en/ |
संपर्क: हॉली स्यूह एनटीएचयू (886)3-5162006 [email protected] घोषणा (अस्वीकरण): इस घोषणा की मूलस्रोत भाषा का यह आधिकारिक, अधिकृत रूपांतर है। अनुवाद सिर्फ सुविधा के लिए मुहैया कराए जाते हैं और उनका स्रोत भाषा के आलेख से संदर्भ लिया जा सकता है और यह आलेख का एकमात्र रूप है जिसका कानूनी प्रभाव हो सकता है। |
