|
माननीय पोप फ्रांसिस और अल अजहर के माननीय ग्रांड इमाम डॉ. अहमद एट-तैयब ने ऐतिहासिक अबू धाबी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किये हैं। यह दस्तावेज संयुक्त अरब अमीरात में मानव बिरादरी पर है। |
पोप फ्रांसिस और अल अजहर के ग्रांड इमाम ने विश्व शांति एवं साथ रहने के लिए ऐतिहासिक अबू धाबी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर किये (तस्वीर: एईटोसवायर)
|
“डॉक्यूमेंट ऑन ह्यूमन फ्रैटरनिटी फॉर वर्ल्ड पीस एंड लिविंग टुगेदर” में लोगों के बीच मजबूत संबंधों को प्रोत्साहित करने का प्रयास किया गया है ताकि लोगों के बीच सह-अस्तित्व को बढ़ावा दिया जा सके और उग्रवाद एवं इसके नकारात्मक प्रभावों से मुकाबला किया जा सके। यह हस्ताक्षर समारोह माननीय शेख मोहम्मद बिन रशीद अल मकतूम, यूएई के उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और दुबई के शासक और माननीय शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयन, अबूधाबी के क्राउन प्रिंस और यूएई सैन्य बलों के डिप्टी सुप्रीम कमांडर की उपस्थिति में आयोजित हुआ और इसमें 400 से अधिक धार्मिक नेताओं ने शिरकत की। समारोह के दौरान माननीय शेख मोहम्मद बिन रशीद अल मकतूम ने पहला “ह्यूमन फ्रैटरनिटी अवार्ड-फ्रॉम डार जायद” प्रस्तुत किया। इसे पोप फ्रांसिस एवं ग्रांड इमाम को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया। यह पुरस्कार डॉ. अहमद एट-तैयब को संयम, सहनशीलता, वैश्विक मूल्यों की रक्षा और उग्र चरमपंथ को प्रबल रूप से खारिज करने में उनकी दृढ़ स्थिति को सम्मानित करने के लिए प्रदान किया गया। पोप फ्रांसिस सहनशीलता और मतभेदों को दूर करने तथा शांति की तलाश में अपने दृढ़संकल्पित आह्वान और बिरादरी को मानवीयता सिखाने के समर्थक के रूप में प्रसिद्ध हैं और यह पुरस्कार इस निरंतर प्रतिबद्धता एवं दृष्टिकोण को सम्मानित करता है। अबू धाबी घोषणापत्र पर हस्ताक्षर करने से पहले पोप फ्रांसिस ने अपने भाषण में कहा, “भगवान के नाम पर ‘घृणा और हिंसा’ न्यायसंगत नहीं हो सकती है, विवाद को कम करने के लिए शिक्षा के महत्व की सराहना कीजिये। इस बीच, डॉ. अहमद एट-तैयब जोकि दुनिया के अग्रणी मुस्लिम नेताओं में से एक हैं, ने मुस्लिमों से मध्य पूर्व में क्रिश्चियन समुदायों और पश्चिम में मुस्लिमों की रक्षा करने तथा उन्हें अपने समुदायों के साथ एकीकृत करने का आह्वान किया। समारोह के दौरान उन्होंने अपने भाषण में कहा, “आप इस देश का हिस्सा हैं..आप अल्पसंख्यक नहीं हैं।” यह समारोह व्यापक ह्यूमन फ्रैटरनिटी मीटिंग का हिस्सा थी जिसका आयोजन यूएई सरकार द्वारा किया गया और इसमें पैपल ने पहली बार अरेबियन पेनिनसुला का भ्रमण भी देखने को मिला। *स्रोत : एईटोसवायर |
घोषणा (अस्वीकरण): इस घोषणा की मूलस्रोत भाषा का यह आधिकारिक, अधिकृत रूपांतर है। अनुवाद सिर्फ सुविधा के लिए मुहैया कराए जाते हैं और उनका स्रोत भाषा के आलेख से संदर्भ लिया जा सकता है और यह आलेख का एकमात्र रूप है जिसका कानूनी प्रभाव हो सकता है। |
एपीसीओ वर्ल्डवाइड ऑरेलिएन रैसपिएनगियास, +971528127814 [email protected] |
