नए दौर में हीलिंग के लिए मददगार, आईपीएचएम सर्विसेस (इंटिग्रल पसर्नलाइज़्ड हेल्थ केयर मैनेजमेंट) बड़ी संस्थाओं कार्यरत व्यक्ति एवं कर्मचारियों के लिए उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए कार्यक्रम और कार्यशाला का प्रारूप तैयार करने में मदद करता है।
डॉ. सचिन भावसार द्वारा संस्थापित आईपीएचएम का मानना है कि दिल, तन, मन और आत्मा हमारी ज़िंदगी के चार बुनियादी आधार है जो मिलकर एक समेकित व्यवस्था तैयार हो जाती है जिसे निरंतर देखभाल की आवश्यकता होती है। संस्था द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली सेवाओं का प्रमुख उद्दिष्ट्य है, बेहतर स्वास्थ्य, मानसिक और भावात्मक स्वास्थ्ये के लिए उचित कौशल का विकास करके व्यक्ति को उसका पूरी क्षमता का विकास और उपयोग करने के लिए सहायता करना।
जितना ज़्यादा निधि इकट्टा होगा, उतने ही ज़्यादा लोग, कर्मचारी और महत्त्वाकांक्षी उद्यमियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें अपने अंदर छिपी क्षमता को बाहर लाने में और जीवन में कामयाबी की नई ऊंचाइयों तक पहुंचने मे मदद करना संभव होगा। आखिरकार ये सभी पहलु एक-दूसरे से जुड़े हैं और किसी भी दिशा में सकारात्मक प्रोत्साहन का मतलब होगा हमारी अपनी क्षमताओं का संवर्धन।
निधि इकट्ठा करने के बारे में जानकारी देते हुए डॉ. सचिन भावसार, संस्थापक, आईपीएचएम सर्विसेस ने कहा, “हम स्वस्थ ज़िंदगी ये चार आधारों निरंतर संवर्धन करने पर हमेशा रखते हैं लेकिन स्वास्थ्य प्रणाली में रीयल-टाइम ऐप्लिकेशन्स और तेज़ी से विकसित हो रही टेक्नोलॉजी के बारे में लोगों में बहुत कम जागरूकता दिखाई देती है। निधि के आने से सबसे अंतिम पंक्ति के लोगों में इसके बारे में जागरूकता पैदा होगी और निश्चित ही कुल स्वास्थ्य संबंधित अर्थव्यवस्था में सुधार होगा।”
इस विषय के विशेषज्ञ और आईपीएचएम सर्विसेस का एक अहम हिस्सा, संस्था की सह-संस्थापिका स्नेह कुलकर्णी ने कहा, “मानसिक स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता और स्वास्थ्य प्रणाली में आधुनिक तकनीक का रियल-टाइम इस्तेमाल में हमेशा से अंतर रहा है। आज के ज़माने में हम डिजिटली जुड़कर एक दुनिया का हिस्सा बन गए हैं। इससे हमें सामाजिक संरचना और सामाजिक-आर्थिक पृष्ठभूमि के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं। ये जानकारी हमें लोग जहां से आते हैं उस संस्कृति को समझने और इन लोगों को व्यक्तिगत रूप से सहायता करने में मदद करती है।”
पहली बार एंजल निवेशक, आईआईएम, अहमदाबाद, अलम्नाइ, मोनालिसा सरकार ने कहा, “दिल्ली एनसीआर में मैं विभिन्न एनजीओ और सरकारी संस्थाओं के साथ काम करती रही हूँ और मानसिक स्वास्थ्य क्षेत्र में नए-नए स्टार्ट-अप आने की अहमियत को मुझ से ज़्यादा कोई नही जान सकता।”
मुझे और एक बात की खुशी है कि डॉ. सचिन जैसा प्रेरक व्यक्ति को ऊर्जावान स्नेह कुलकर्णी का साथ मिला है। सबसे रोमांचक बात तो ये है कि इस डील का नेतृत्व मैं, ज्योति, कोयल जैसी महिलाओं ने किया है। मेरा ये मानना है कि महिला एंजल्स को आगे होकर और भी माहिला उद्यमियों को समर्थन तथा प्रोत्साहन देना चाहिए।”
महिला अब एंजल निवेशक के रूप में आगे बढ़ रही है आर अपनी ऊर्जा, समय और पूंजी का ऐसी क्षेत्र में निवेश कर रहे हैं जो ना स़िर्फ तेज़ी से बढ़ रहे हैं बल्कि राष्ट्र के स्वास्थ्य का मूल्यवर्धन कर रहे हैं।
महिला उद्यमियों के बारे में बात करते हुए ज्योति तिवारी ने कहा, “मी स्वास्थ्य क्षेत्र में 15 सालों से काम कर रही हूँ और पूरी तरह से सहमत हूँ कि मानसिक स्वास्थ्य व्यक्ति के कुल स्वास्थ्य की कुंजी है और इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए पहले मन पर काम करना होता है, केवल शरीर पर काम करने से काम पूरा नहीं होता। मैं भी अपना पहला एंजल निवेश कर रही हूँ और मुझे बहुत हर्ष होता है कि हमारी दूसरी ओर प्रेरणादायी व्यक्ति डॉ. सचिन के साथ महिला सहसंस्थापिका स्नेह कुलकर्णी हैं।”
इस प्रोजेक्ट की तीसरी एंजल निवेशक है बहुत ही ताक़तवर महिला जिसके पास है 17 सालों से अधिक का कॉर्पोरेट रिटेल क्षेत्र में काम करने का अनुभव और जा अपना खुद का एक स्टार्ट-अप चला रही है ऐसी, कोयल दत्ता। वो कहती हैं, “17 सालों से अधिक समय तक व्यावसायि के रूप में काम करने और अपने अंतिम स्टार्ट-अप टाइकार्ट को सफलतापूर्वक अलविदा कहने के बाद, मैंने अब अपना पहला एंजल निवेश किया है और मुझे पूरा भरोसा है कि हम चार महिला एंजल निवेशक ये कंपनी बनाने में हमारी विश्वसनीय परामर्शदाता, मार्गदर्शक स्नेह कुलकर्णी अच्छा काम कर सकेंगे क्योंकि मैंने भी एक कामयाब स्टार्ट-अप चलाया है।”
चौथी महिला एंजल निवेशक, सबाना खातून है एक आइआइएम, अहमदाबाद अलम्नाइ और एक उद्यमी महिला होने के नाते उनके पास विभिन्न कौशल हैं। वो कोलकाता में टेडएक्सचौरंगी से लेकर अनेक आंत्रप्रेन्युअर नेटवर्क चलाने में मदद करती हैं। वो कहती हैं, “मैं एक एकल महिला उद्यमी हूँ, उस नाते और पिछले कुछ महीनों में मानसिक बीमारियों के विभिन्न केसेस देखने के बाद अपना पहला एंजल निवेश, वो भी स्नेह कुलकर्णी और डॉ. सचिन के साथ करते हुए मैं बहुत ही रोमांचित महसूस कर रही हूँ।”
“एक डॉक्टर होने के नाते मैं हमेशा कहता रहता हूँ कि मानसिक स्वास्थ्य का परिणाम शारीरिक स्वास्थ्य पर साफ़ दिखाई देता है और खासकर आज के चुनौतीपूर्ण माहौल में इसका परिणाम और भी ज़्यादा होता है। डॉ. सचिन का जीवन सफ़र देखकर मैं दंग रह गई हूँ, इतनी सारी सर्जरीज्, विकलांगता के बावजूद उनका नज़रिया इतना सकारात्मक है। वो हम सब के लिए एक आदर्श हैं।”
“साथ ही इस टीम की महिला जो सकारात्मक ऊर्जा लेकर आती है वो मुझे बहुत पसंद है। मेरा भी ये पहला एंजल निवेश है और मुझे खास खुशी इस बात की है कि ये निवेश ऐसे क्षेत्र में हो रहा है जहां मैं खुद अपना सब कुछ दे चुका हूँ,” डॉ. विकास ग्रोव्हर, एक डॉक्टर और स्टार्ट-अप समर्थक।
इंडिया एंजल नेटवर्क द्वारा आईपीएचएम में रू.25 लाख का अतिरिक्त बीज पूंजी के रूप में निवेश किया गया है। इस डील के बारे में बात करत हुए इंडिया एंजल फंड के सह-संस्थापक, राहुल नार्वेकर ने कहा, “मानसिक स्वास्थ्य अब मु‘य धारा का और सबसे अधिक चर्चा का विषय बन गया है। खास करके आज के अस्थिर और भयग‘स्त वातावरण में जहां कुल नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव अधिक देता है। डर और निराशा से माहौल धुंधला हो गया है। इससे एक तथ्य उजागर हुआ है कि अब हमें इस विषय पर खुलकर बात करनी होगी और साथ इस समस्या का सामना करके उसका हल ढूंढना होगा, उसका इलाज करना होगा।”
मुझे स्नेह और डॉ. सचिन से राजीव दाभाडकर ने परिचित करवाया। उनका अपने कार्य के प्रति समर्पण, इस क्षेत्र में काम करने का अद्भूत कौशल देखकर मैं पूरी तरह से दंग रह गया। डॉ. सचिन का जीवन सफ़र अडिग ज़िद और साहस का परिचायक है जो एक उद्यमी के लिए ज़रूरी गुण है।
“इसकी सबसे रोचक बात ये है कि अब ये महिला प्रधान डील बन गया है। हमारे पास महिलाओं का दंग करने वाला बहुमत है और मेरा मानना है कि महिला कुदरती रूप से मल्टीटास्किंग में माहिर होती हैं। वो ज़्यादा आसानी से और ज़्यादा खुले दिल से शेयर कर सकती हैं। वो कुदरती रूप से लोगों का अच्छा ख्याल रखती हैं और यही गुणों की मानसिक स्वास्थ्य मंच के लिए आवश्यकता है। साथ ही हमारी चारों निवेशक पहली बार एंजल निवेश कर रही हैं और मुझे और महिला एंजल निवेशक बन जाएंगी तब और भी आनंद होगा।”
एंजल इंटिग्रेटेड पसर्नलाइज़्ड हेल्थकेयर मैनेजमेंट सर्विसेस-परिचय:
आईपीएचएम सर्विसेस एक खास विशेषता है, “दिल, दिमाग, तन-मन और आत्मा के स्वास्थ्य का संवर्धन करना। आईपीएचएम मानता है कि यह एक समेकित प्रणाली है जो इन चारों बुनियादी तत्वों पर काम करती है। इसमें से एक भी अगर कमज़ोर हो जाए या गिर जाए तो जीवन असंतुलित हो जाता है। आईपीएचएम तनाव प्रबंधन, महिला स्वास्थ्य तथा बाल और किशोरों के लिए मानसिक स्वास्थ्य संबंधी सेवाएँ प्रदान करता है।”
समेकित एचआर एक ऐसा कार्यक्रम है जो इंटिग्रेटेड पर्सनलाइज़्ड हेल्थकेयर मैनेजमेंट के द्वारा कॉर्पोरेट्स के लिए डिजाइन किया गया है। आईपीएचएम संस्था के मेनस्ट्रीम फंक्शन्स में विकसित हो रही है और रिमोट वर्क क्रांति अन्य संभावनाओं के बारे में पूर्वानुमान करती है, और ये अब यहां हमेशा के लिए रहने वाली है। हर संस्था को नई नितियों का निर्धारण करना पड़ता है और साथ ही अपने कर्मचारियों के मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना पड़ता है।
वेबसाइट: http://www.iphmservices.com/
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