2.4 मिलियन लोगों की मौत के साथ विश्वव्यापी कोविड-19 महामारी के एक साल में विश्व स्तर पर इसके सामाजिक और आर्थिक क्षति की विशालता विश्व युद्ध की शक्ल लेती जा रही है। अब सार्स-कोरोनावायरस-2 को परास्त करने के भारी दायित्व की तुलना में अपेक्षित धन, सामग्री तथा जन समर्थन के साथ मानवता के अस्तित्व की रक्षा में एक युद्ध छेड़ने का समय आ गया है। असम्बद्ध और और समन्वय रहित विधि से वैश्विक महामारी के प्रति कारवाई की कोशिश में अन्तर्निहित दुर्बलता, और दुर्भाग्य से इस प्रकार के खंडित दृष्टिकोण की कीमत हर रोज मानव जीवनों को चुकानी पड़ रही है। इस खंडित दृष्टिकोण के उदाहरणों की भरमार है : संयुक्त राष्ट्र (यूएन) और इसकी सुरक्षा परिषद् में एकजुट नेतृत्व के अभाव, वैक्सीन राष्ट्रवाद और रक्षात्मक उपकरण की जमाखोरी से लेकर औषधि के पेटेंट या महत्वपूर्ण वैज्ञानिक आंकड़े खुलकर साझा करने पर समझौता के प्रति कुछ देशों की अनिच्छा तक। विभाजित विश्व यह लड़ाई नहीं जीत सकता। एएचएफ के प्रेसिडेंट, माइकल वेनस्टीन ने कहा कि, “पूरे अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को इस वैश्विक महामारी को इस प्रकार लेने की ज़रूरत है जैसे भयानक गोली-बारी की लड़ाई हो, क्योंकि इसका प्रभाव दुनिया में किसी भी वास्तविक हथियारबंद युद्ध से अधिक बुरा है। हालांकि, बम हवा में नहीं फट सकता, लेकिन लाखों लोग बीमार हो रहे हैं और मर रहे हैं, और फिलहाल हम युद्ध हार रहे हैं। निवारण असंगत है; निदान अपर्याप्त है; संपर्क की खोज और पृथक्करण कुछ ही स्थानों में हो रहे हैं; जीनोम परीक्षण निरुत्साह का शिकार है; निधीयन पूरी तरह अपर्याप्त है; सूचनाओं को खुलकर साझा नहीं किया जा रहा; विश्वव्यापी टीकाकरण का स्तर दयनीय है; वैरिएंट्स हावी हो रहे हैं; और खतरे की विशालता को अभी भी दुनिया स्वीकार नहीं कर रही है।“ कोविड-19 पर “युद्ध की घोषणा” के लक्ष्य का अभिप्राय शाब्दिक अर्थ में प्रतिक्रिया का सैन्यीकरण नहीं, बल्कि प्रभावकारी संगठन के सिद्धांत और एवं सैन्य बलों के साथ समन्वय करते हुए ठोस लोक स्वास्थ्य युक्तियों को मजबूत करना है। जीवन की रक्षा और खतरनाक परिस्थितियों के प्रति त्वरित प्रतिक्रिया की आवश्यकता देखते हुए सैन्य बलों ने जहाँ कहीं ज़रूरत हो वहाँ लोगों को तेजी से स्थानांतरित करने के साथ-साथ अपने लिए सहायता और आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए जटिल समन्वय तंत्र तैनात करने के तरीकों का ज्ञान और कौशल बढ़ाया है। मियामी विश्वविद्यालय में एएचएफ वैश्विक लोक स्वास्थ्य संस्थान के कार्यकारी निदेशक, डॉ. जोर्गे सावेद्रे ने कहा कि, “द्वितीय विश्व युद्ध के बाद वार्षिक रूप से किसी भी अन्य युद्ध की तुलना में कोविड-19 के कारण ज्यादा मौतें हुई हैं। दूसरे शब्दों में, इस वैश्विक महामारी का अनुपात एक ऐसे विश्व युद्ध के समकक्ष हो गया है, जहाँ अधिकतर देशों में मर्त्यता का स्तर मानवता के इतिहास में किसी भी अन्य युद्ध की तुलना में अधिक ऊंचा है। संयुक्त राष्ट्र और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्लूएचओ) खुद ही द्वितीय विश्व युद्ध की उपज हैं - उनका गठन पुनः किसी विश्व युद्ध के द्वारा आशंकित मानव तथा स्वच्छता सम्बन्धी महाविनाश को रोकने के लिए किया गया था। अब भावी वैश्विक महामारी को रोकने के लिए पुनः सम्पूर्ण तंत्र में सुधार करने का वक्त आ गया है।“ टकराव की स्थितियों में सैन्य रणनीति की सफलता, जो एक घातक वैश्विक महामारी के विरुद्ध संघर्थ में भी प्रयोज्य है, एक स्पष्ट अंतिम लक्ष्य और प्रोग्रेस मेट्रिक्स की पहचान, जन समर्थन जुटाने, एकजुट नेतृत्व और संचार की स्थापना, नेटवर्क, विश्वसनीय तथा सामयिक आसूचना संग्रह, और प्रतिक्रियात्मक एवं अनुकूलनशील लॉजिस्टिक्स तथा आपूर्ति श्रृंखला की तैनाती पर निर्भर करती है। खेद का विषय है कि विश्व स्तर पर इन रणनैतिक घटकों का अलग-अलग तरह से अभाव रहा है। यह शक्तिशाली संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद् में उत्पन्न गतिरोध में सबसे अधिक प्रभावशाली ढंग से दिखाई देता है, जो कोविड-19 पर अभी तक संगठित, परिणामी कारवाई करने में नाकाम रहा है। किन्तु सबसे महत्वपूर्ण यह है कि पर्याप्त धन के बिना कोई जीत हासिल नहीं कर सकता। दुर्भाग्यवश, पर्याप्त वैक्सीन के साथ विकासशील विश्व को आपूर्ति के लिए कोवैक्स फैसिलिटी के पूर्ण निधीयन हेतु पर्याप्त धन संग्रह करना भी एक भारी संघर्ष का विषय रहा है. वेनस्टीन ने यह भी कहा कि, “यह विश्व अस्वीकार की स्थिति में अब और नहीं रह सकता, हम तैयारी में असफल रहने का परिणाम प्रत्यक्ष देख रहे हैं। हमारे साझा शत्रु कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए एक निर्णायक दृष्टिकोण और मानसिकता की ही ज़रुरत है। जब तक विश्व शक्ति और सम्पूर्ण संकल्प के साथ एकजुट नहीं होगी, तब तक हम इस अदृश्य आक्रान्ता के सामने घुटने टेकते रहेंगे।” एड्स हेल्थकेयर फाउंडेशन (एएचएफ), सबसे बड़ा वैश्विक एड्स संगठन है। फिलहाल यह यूएस, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका/कैरीबीयन, एशिया/प्रशांत क्षेत्र और यूरोप सहित पूरे विश्व के 45 देशों में 1.5 से अधिक क्लाइंट्स को चिकित्सीय देख्भार और/या सेवाएँ प्रदान कर रहा है। एएचएफ के बारे में अधिक जानकारी के लिए कृपया वेबसाइट : www.aidshealth.org देखें, फेसबुक : www.facebook.com/aidshealth पर हमसे जुडें और ट्विटर : @aidshealthcare एवं इन्स्टाग्राम : @aidshealthcare पर फॉलो करें। स्रोत संस्करण businesswire.com पर देखें : https://www.businesswire.com/news/home/20210218006098/en/ |
संपर्क : यूएस मीडिया संपर्क: डेनिस नज़ारोव, वैश्विक नीति एवं संचार निदेशक, एएचएफ +1 323.308.1829 [email protected] टेरी फोर्ड, वैश्विक समर्थन एवं नीति प्रमुख, एएचएफ +1 323.308.1820 [email protected] घोषणा (अस्वीकरण): इस घोषणा की मूलस्रोत भाषा का यह आधिकारिक, अधिकृत रूपांतर है। अनुवाद सिर्फ सुविधा के लिए मुहैया कराए जाते हैं और उनका स्रोत भाषा के आलेख से संदर्भ लिया जा सकता है और यह आलेख का एकमात्र रूप है जिसका कानूनी प्रभाव हो सकता है। |
