एड्स हेल्थकेयर फाउंडेशन (AHF) ने मांग की है कि वुहान, चीन में इस समय नॉवल कोरोना वायरस की शुरुआत की जांच करने वाली टीम को खत्म करके पूरी तरह स्वतंत्र पैनल द्वारा फिर से एक नई टीम बनाई जाए। इसके सभी सदस्यों को निर्बाध ऐक्सेस (पहुंच) मिले और राजनयिकों वाला प्रतिरक्षण मिले। डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) द्वारा स्वीकृत टीम के मौजूदा सदस्यों में हितों का टकराव और फील्ड रिसर्च के लिए सख्ती से तैयार किए गए फॉर्मैट (प्रारूप) के कारण जांच की साख पर शंका होती है और ऐसी टीम के नतीजों की वैधता संदिग्ध रहेगी। हितों के टकराव का कथित मामला जांचकर्ताओं में से एक के संपर्कों पर आधारित है। आप एक ब्रिटिश प्राणीविज्ञानी और इकोहेल्थ अलायंस के प्रेसिडेंट डॉ. पीटर दसजाक है जो वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (डब्ल्यूआईवी) से जुड़े हुए हैं। द वाल स्ट्रीट जरनल (The Wall Street Journal) के मुताबिक, डॉ. दसजाक डब्ल्यूआईवी के अग्रणी वायरोलॉजिस्ट डॉ. शी झेंगली के साथ मिलकर बैट वायरस पर काम कर चुके हैं जो 2014 से आंशिक तौर पर अमेरिकी सरकार के ग्रांट से फंडेड था। यह संस्थान उस वेट मार्केट से कुछ ही दूर है जहां चीनी अधिकारियों के मुताबिक सार्स-कोवी-टू ( SARS-CoV-2) सबसे पहले सामने आया था। एएचएफ के प्रेसिडेंट माइकल वेंसटिन ने कहा, “वुहान में डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) की जांच वैज्ञानिक परख पर टिके इसके लिए न्यूट्रलिटी (निष्पक्षता) जरूरी है।“ डॉ. दसजाक के मामले में हितों का टकराव बिल्कुल स्पष्ट है और इस कारण उन्हें डब्ल्यूएचओ की टीम में शामिल होने से अयोग्य ठहरा दिया जाना चाहिए। यह तथ्य कि डब्ल्यूएचओ ने इसे मंजूर किया, अपने आप में अटपटा है। ऐसे में जांच का कोई भी निष्कर्ष अनिश्चितता के एक और कारण से दागदार होगा। अफसोस की बात है कि इस स्थिति से निकलने का एक ही वाजिब तरीका हो सकता है कि डब्ल्यूएचओ की टीम को खत्म करने की कार्रवाई शुरू की जाए। और एक निष्पक्ष, गैरराजनीतिक संस्था को इसके पुनर्गठन का काम सौंपा जाए। सर्वोच्च स्तर की स्वतंत्रता सुनिश्चित करने के लिए नई टीम के सभी सदस्यों को राजनयिक प्रतिरक्षण होता चाहिए।” डॉ. दसजाक ने इन अटकलों को बार-बार इनकार किया है कि सार्स-कोवी-टू प्रयोगशाला की घटना के बाद डब्ल्यूआईवी से उभरा हो। इसमें फरवरी 2020 में द लैनसेट को एक पत्र लिखना (a letter to The Lancet) शामिल है। इस समय चल रही जांच के बावजूद डॉ दसजाक ने हाल में वुहान से इसकी प्रगति के बारे में सीएनएन (spoke about its progress to CNN) से बात की और संस्थान से वायरस निकलने की संभावना का खंडन किया। वेंसटिन ने कहा, “डब्ल्यूएचओ के जांचकर्ताओं को किसी पूर्वग्रह की मौजूदगी से बचने के लिए हर संभव ख्याल रखना चाहिए – ऐसे समय में मीडिया से बात करने के नुकसान ही हैं और इसे नैरेटिव बदलने की कोसिश के रूप में देखा जा सकता है।” उन्होंने आगे कहा, “वायरस मानव निर्मित है, या वुहान में यह प्रशीतित खाद्य पदार्थ के साथ आया जैसी बातों को चीनी मीडिया ने ही सामने रखा – इसलिए इस महामारी की शुरुआत की हर संभावना की पूरी तरह निष्पक्ष पक्षों द्वारा अच्छी तरह जांच की जानी चाहिए है। धोखे और अज्ञान से बचने के लिए पारदर्शिता सर्वश्रेष्ठ उपाय है।” चीनी अधिकारियों ने शुरू से ही पारदर्शिता को सीमित करने के उपाय किए हैं और इससे डब्ल्यूएचओ की टीम की जांच और जटिल हो गई है। जांच की शर्तों पर सहमत होने में डब्ल्यूएचओ और चीन को एक वर्ष से (over a year for the WHO and China to agree) ज्यादा लगा। संस्थान ने इस बात पर जोर देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है कि इस जांच का उद्देश्य महामारी के लिए किसी को जिम्मेदार ठहराना नहीं है। जब टीम आखिरकार चीन के लिए रवाना हुई तो दो अनुसंधानकर्ताओं को वीजा की मुश्किलों के कारण शुरू में देश में प्रवेश करने से रोक दिया गया (barred from entering)। बाद में टीम को दो सप्ताह तक क्वारंटाइन किया गया। 28 जनवरी 2021 को जब आखिरकार काम शुरू हुआ तो मीडिया की रिपोर्ट से टीम की कार्रवाई और सूत्रों जैसे, कोविड-19 के शुरुआती पीड़ितों के परिवार के सदस्यों तथा व्हिसिल ब्लोअर चिकित्सकों तक पहुंच शामिल है को पूरी तरह नियंत्रित (tightly controlled) कर दिया गया है। बीमारी की शुरुआत के बाद से अभी तक इतना समय निकल चुका है कि बहुत सारे सबूत कमजोर हो गए होंगे या फिर नष्ट हो गए होंगे। ऐसे में यह मानना मुश्किल है कि जांच से निर्णायक या यकीन करने योग्य नतीजे निकलेंगे। टेर्री फोर्ड, ग्लोबल एडवोकेसी और पॉलिसी के प्रमुख, एएचएफ ने कहा, “यह बेहद दुखद और निराशाजनक है कि यह जांच एक मीडिया प्रदर्शन में बदल गई है जिसे चीनी अधिकारियों ने राजनीतिक स्वार्थ के लिए आकर दिया है -- और यह है, कोविड-19 की शुरुआत के लिए किसी भी आरोप या अपमान से बचना तथा यह सब सहयोग और पारदर्शिता के दिखावे में किया जा रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “महामारी की शुरुआत के संबंध में मानवता के लिए समझना जरूरी है कि इसकी शुरुआत कैसे हुई, यह किस दिशा में बढ़ रहा है और कैसे दुनिया भर के लोगों के स्वास्थ्य की रक्षा की जा सकती है। सब कुछ इस महत्वपूर्ण जांच पर केंद्रित है। फिर भी हमें हितों और नेताओं के टकराव से बचना है। वे खराब दिखने से बचना चाहते हैं और इसके लिए परेशान हैं। जांच के परिणाम में डब्ल्यूएचओ और चीन के निहित स्वार्थ हैं इसलिए स्थिति उनके अनुकूल लगती है लेकिन यह सब जनस्वास्थ्य के हित में नहीं है। इसलिए समय आ गया है कि सार्स-कोवी-टू ( SARS-CoV-2) की शुरुआत कैसे हुई, का पता लगाने के लिए सही अर्थों में स्वतंत्र समूह बने। एड्स हेल्थकेयर फाउंडेशन (एएचएफ), सबसे बड़ा वैश्विक एड्स संगठन है जो इस समय दुनिया भर के 45 देशों यथा अमेरिका, अफ्रीका, लैटिन अमेरिका / कैरिबियन, एशिया / प्रशांत क्षेत्र और यूरोप में 1.5 मिलियन क्लाइंट्स को मेडिकल केयर और / या सेवाएं मुहैया करा रहा है। एएचएफ के बारे में ज्यादा जानकारी के लिए कृपया हमारे वेबसाइट: www.aidshealth.org पर आइए फेसबुक पर तलाशिए : www.facebook.com/aidshealth और ट्वीटर: @aidshealthcare तथा इंस्टाग्राम : @aidshealthcare पर फॉलो कीजिए स्रोत रूपांतर businesswire.com पर देखिए : https://www.businesswire.com/news/home/20210209005820/en/ |
संपर्क : अमेरिकी मीडिया के लिए संपर्क : डेनीज नजारोव, वैश्विक नीति और संचार के निदेशक, एएचएफ +1 323.308.1829 [email protected] टेर्री फोर्ड, ग्लोबल एडवोकेसी और पॉलिसी के प्रमुख, एएचएफ +1 323.308.1820 [email protected] घोषणा (अस्वीकरण): इस घोषणा की मूलस्रोत भाषा का यह आधिकारिक, अधिकृत रूपांतर है। अनुवाद सिर्फ सुविधा के लिए मुहैया कराए जाते हैं और उनका स्रोत भाषा के आलेख से संदर्भ लिया जा सकता है और यह आलेख का एकमात्र रूप है जिसका कानूनी प्रभाव हो सकता है। |
